11:11 AM, 20-Nov-2023
दो से तीन दिन में पूरी हो सकेगी ड्रिल
Table
- 1 दो से तीन दिन में पूरी हो सकेगी ड्रिल
- 2 टनल के ऊपर 320 मीटर दूरी पर ड्रिल के लिए चुना स्थान
- 3 पांचवें पाइप को बढ़ाया जा रहा है आगे
- 4 केंद्र व राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों ने डाला सिलक्यारा में डेरा
- 5 ड्रिलिंग मशीन को कंक्रीट ब्लाॅक से करेंगे सुरक्षित
- 6 बाहर निकलने की पूरी कोशिश जारी: सीएम धामी
- 7 फंसे श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत: पीएम मोदी
- 8 Uttarkashi Tunnel Collapse: रेस्क्यू ऑपरेशन पर बड़ा अपडेट, सुरंग के ऊपर ड्रिलिंग के लिए जगह तय, तीन दिन लगेंगे
सुरंग के ऊपर ड्रिलिंग के लिए जगह चुन ली गई है।1.2 मीटर डायमीटर की ड्रिल होगी। जिसका सेटअप अगले 24 घंटे में होने की संभावना है। अब दो से तीन दिन में ड्रिल पूरी हो सकेगी।
11:08 AM, 20-Nov-2023
टनल के ऊपर 320 मीटर दूरी पर ड्रिल के लिए चुना स्थान
इंटरनेशनल टनलिंग और अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स टनल के ऊपर से ड्रिल के लिए निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि काफी तेजी से काम चल रहा है। टनल के भीतर की कंडीशन ठीक है। टनल के ऊपर 320 मीटर दूरी पर टीम ने ड्रिल के लिए स्थान चुना है। यहां से 89 मीटर गहराई तक ड्रिल होगी।
10:47 AM, 20-Nov-2023
पांचवें पाइप को बढ़ाया जा रहा है आगे
सिलक्यारा टनल में ड्रिलिंग का काम दोबारा चल रहा है। पांचवें पाइप को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस तरह 30 मीटर तक ड्रिल हो जाएगी। टनल के ऊपर सड़क बनाने का काम जारी है। सुरंग के ऊपर ड्रिलिंग के लिए 1200 मीटर अस्थाई सड़क बनाई जानी है। कल रविवार शाम तक 900 मीटर सड़क बना ली गईथी। अवशेष कार्य के लिए लोक निर्माण विभाग व बीआरओ के श्रमिक रवाना हो गए हैं।
ये भी पढ़ें…Uttarkashi Tunnel: नौ दिन से सुरंग में कैद 41 जानें…पहले दो दिन की इस गलती से बढ़ा रेस्क्यू का समय और जोखिम
10:25 AM, 20-Nov-2023
केंद्र व राज्य सरकार के उच्चाधिकारियों ने डाला सिलक्यारा में डेरा
– फोटो : amar ujala
सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी है। इस ऑपरेशन के तहत पांच प्लान पर कार्य करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार के उच्चाधिकारी सिलक्यारा में ही डेरा डाले हुए हैं। इन तमाम उच्चाधिकारियों ने विशेषज्ञों के साथ सुरंग के भीतर से लेकर इसके ऊपर की पहाड़ी तक दिनभर अनेक बार निरीक्षण कर ड्रिलिंग मशीनों के लिए प्लेटफार्म तैयार करने की कार्रवाई का जायजा लिया। साथ ही संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। बता दें कि इस अभियान को लेकर उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन विभाग की सचिव डाॅ.रंजीत सिन्हा, पीएमओ उप सचिव मंगेश घिल्डियाल, प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे, उत्तरकाशी डीएम अभिषेक रूहेला सिलक्यारा में डेरा डाले हुए हैं।
09:47 AM, 20-Nov-2023
ड्रिलिंग मशीन को कंक्रीट ब्लाॅक से करेंगे सुरक्षित
सुरंग के अंदर ड्रिलिंग मशीन को भी भूस्खलन से बचाने के लिए कंक्रीट ब्लाॅक से ढका जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन कंक्रीट ब्लाॅक को बीआरओ ने विशेष रूप से भेजा है। एनएचआईडीसीएल के अधिकारियों का कहना है कि एक बार ड्रिलिंग मशीन की सुरक्षा पुख्ता कर ली जाएगी, तो पाइप डालने का काम दोबारा शुरू हो जाएगा।
09:19 AM, 20-Nov-2023
बाहर निकलने की पूरी कोशिश जारी: सीएम धामी
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने स्वयं मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण किया है। और बचाव कार्यों पर लगातार नजर रखें हैं। मेडिकल की टीम भी वहाँ पर तैनात कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं और उन्हें जल्द बाहर निकलने की पूरी कोशिश की जा रही है। अब तक प्रधानमंत्री तीन बार मुख्यमंत्री से स्थिति की जानकारी ले चुके हैं। पीएमओ की टीम भी मौके का निरीक्षण कर चुकी और लगातार स्थिति पर नज़र बनाये हुए है और समन्वय का कार्य कर रही है।
09:18 AM, 20-Nov-2023
फंसे श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत: पीएम मोदी

टनल के ऊपर ड्रिल के लिए ऐसे बन रही सड़क
– फोटो : amar ujala
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन कर उत्तरकाशी के सिल्क्यारा के पास टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए जारी राहत और बचाव कार्यों के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आवश्यक बचाव उपकरण व संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। केंद्र और राज्य की एजेंसियों के परस्पर समन्वय से श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। फंसे श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य और केंद्रीय एजेंसियां परस्पर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। टनल में फंसे श्रमिक सुरक्षित हैं और ऑक्सीजन, पौष्टिक भोजन और पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। राहत और बचाव कार्यों के लिए एक्सपर्ट्स की राय लेकर एजेंसियां काम कर रही हैं।
09:05 AM, 20-Nov-2023
Uttarkashi Tunnel Collapse: रेस्क्यू ऑपरेशन पर बड़ा अपडेट, सुरंग के ऊपर ड्रिलिंग के लिए जगह तय, तीन दिन लगेंगे
सिलक्यारा सुरंग में रविवार रात 10 बजे ऑगर मशीन से ड्रिलिंग का काम फिर शुरू हो गया। भूस्खलन का खतरा कम करने के लिए शॉटक्रिट मशीन से स्प्रे किया गया है। बैकअप प्लान के तहत सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग के लिए अस्थायी सड़क बनाने का काम भी अंतिम चरण में है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम धामी से फोन पर बात कर राहत बचाव कार्य की जानकारी ली।
राहत एवं बचाव अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि ड्रिलिंग का काम बंद होने के तीसरे दिन रविवार को रात में फिर शुरू हो गया। वहीं, अंदर फंसे मजदूरों को खाने व ऑक्सीजन की सप्लाई के पाइपों को कंक्रीट ह्यूम पाइप से कवर कर दिया गया है।
ये भी पढ़ें…41 जिंदगियां कैद: सुरंग में फंसे भाई की तलाश में यूपी से पहुंचा अशोक, बहन का ये संदेश बताकर बेबस नजर आया
भूस्खलन होता भी है, तो इससे खाने के सामान और ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित नहीं होगी। उधर, सुरंग के दाएं और बाएं ओर से भी क्षैतिज ड्रिलिंग के लिए भूभौतिकी व भू-वैज्ञानिकों का सर्वे पूरा हो गया है। सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग के लिए बन रही 1200 मीटर लंबी सड़क का 900 मीटर हिस्सा बन चुका है। सूत्रों के अनुसार इस काम का जिम्मा लोनिवि, बीआरओ को सौंपा है।
#Uttarkashi #Tunnel #Collapse #रसकय #ऑपरशन #पर #बड #अपडट #सरग #क #ऊपर #डरलग #क #लए #जगह #तय #तन #दन #लगग