तेलंगाना की हॉट सीटों में एक कामारेड्डी सीट भी है। बीआरएस के मुखिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव यहां से चुनावी मैदान में हैं। उनके सामने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी हैं। उन्हें कांग्रेस से मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है।
भाजपा के प्रत्याशी वेंकट रमन रेड्डी भी मुकाबले को रोचक बनाए हुए हैं। पिछले चुनाव में यहां से बीआरएस के गंपा गोर्वधन 67 हजार 900 वोटर पाकर जीते थे। कांग्रेस के मो. शब्बीर को 63 हजार तो भाजपा के वेंकट रमन रेड्डी को लगभग 15 हजार वोट मिले थे। मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ है।
नागपुर हाईवे पर हैदराबाद से 80 किमी की दूरी पर कामारेड्डी के रास्ते में धान सुखाते किसान भी मिलते हैं। रास्ते में पड़ने वाली मेरचल सीट में दुकानदार सत्यनारायण प्रदेश सरकार से खुश हैं। उनका कहना है कि गांव और किसानों के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई हैं तो फिर वोटर मन क्यों बदले। सड़क किनारे धान सुखा रहे बुधराम के हिसाब से प्रदेश सरकार ने काम अच्छा किया है।
कामारेड्डी शहर साफ-सुथरा दिखाई देता है। यहीं हार्डवेयर की दुकान पर बैठे बंटी पटेल कहते हैं कि शहर में भाजपा के वोटर अच्छी खासी संख्या में हैं। हालांकि वह खुद के गुजराती होने को इसका कारण भी बताते हैं। कुछ दूरी पर ही मोबाइल की दुकान चलाने वाले विशाल दावा करते हैं कि कामारेड्डी में भाजपा का अच्छा दखल है। उधर, बिजली कर्मचारी राजू कहते हैं कि यहां सभी प्यार मोहब्बत से रहते हैं। उनके अनुसार, कांग्रेस आ सकती है।
केसीआर और रेवंत रेड्डी के बीच मुख्य मुकाबला है। शहर के पास चिंगमल्ला रेड्डी गांव में रेवंत के रोड शो में मुस्लिम महिलाओं की संख्या भी अच्छी खासी रही। रोड शो में नाच रहे बिलाल कहते हैं कि अब बदलाव की उम्मीद है। केसीआर के बेटे और आईटी मंत्री केटी रामाराव भी छोटी-छोटी सभाएं कर रहे हैं। रेवंत के लिए राहुल-प्रियंका के आने की उम्मीद है।
इंटरनेट का जमाना है, अब सब पता होता है
बांसवाड़ा के आउटर पर दुकानदार अल्ताफ कहते हैं कि यहां सांप्रदायिक एजेंडा नहीं है। काफी विकास हुआ है तो फिर वोट भी उसी को देंगे। उन्होंने कहा कि बीआरएस सरकार ने शादी में अनुदान दिया, मौत पर सहायता की और बच्चा होने पर पूरी देखभाल का काम भी सरकार करती है।
भाजपा के प्रत्याशी स्थानीय सक्रिय होने का मिलेगा लाभ
भाजपा के वेंकट रमन रेड्डी को स्थानीय होने का लाभ मिल रहा है। वह समाज सेवा में काफी सक्रिय हैं। भाजपा यही प्रचार कर रही है कि दोनों नामी उम्मीदवार दूसरी सीटों से भी चुनाव लड़ रहे हैं। एक ग्रामीण कहते हैं, बड़े लोग जीतकर चले जाते हैं लेकिन काम तो अपने लोग ही आते हैं। भाजपा प्रत्याशी वेंकट रेड्डी गांव के धार्मिक कार्यक्रमों के साथ अन्य सभी आयोजनों में जाते हैं।
दिग्गजों के लिए सेफ प्लान भी
रेवंत रेड्डी कोडांगल से भी लड़ रहे हैं और केसीआर गजवेल में भाजपा के इटाला राजेंद्रन के सामने कड़े मुकाबले में हैं। ऐसे में जानकारों के मुताबिक, यह सीट उनकी मदद कर सकती है। रेवंत के समर्थकों का मानना है कि कोडांगल से तो वह आसानी से जीत जाएंगे। यही लड़ाई और चर्चा भाजपा के स्थानीय प्रत्याशी की मदद कर रही है।